एक सफर प्यार का inner voice Just another Jagranjunction Blogs weblog आँखों ने तेरी मुझे धोखा दिया ,
जुबा ने तेरी मुझे धोखा दिया ,
मुस्कुराहट ने तेरी मुझे धोखा दिया ,
प्यार के एहसास न तेरे मुझे धोखा दिया ,
पर में समझ ना पायी ,तेरी आँखों में खो गयी ,
तेरी जुबा में घुल गयी ,तेरे प्यार के एहसास में
खो गयी। …….
तुमहरी पसंद को अपनी पस्संद बनया ,
तुम्हारे दुःख को अपना ,
तुमने क्या कहा की सिर्फ रोना ही ,
कुछ और नही सीखया, ऐ मेरे दिलवाले ,
कभी दिल से देख मैंने क्या खोया और तुने…।,
क्या पाया। …।
जिंदगी बन गये तुम ,जीने कि वजह बन गये तुम,
और अब एक लास कि वजह बन गये तुम।
कभी तुमहरे प्यार में रोयी, कभी
तुम्हे पाने क लिए रोयी
और कभी,
तुम्हारे सामने मरने क लिए रोयी। ……।
पर हय रे मेरे प्यार करने वाले तुझे ,
तो तब भी दया नही आयी।
मई रोटी रही तू देखता रहा ,
मई तड़पती रही तू देखता रहा ,
शयद तेरी जिंदगी में मुझसे ज्यादा प्यारी चीज़ आयी ,
ऐ मेरे दीवाने एक बार कह के तोह देखा होता ,
तुझे खुद वो ख़ुशी लाकर सौप देती , जैसे पहले किया करती थी। ।
में तोह पहले भी तेरे प्यार में पागल थी ,,,,,,
आज भी हूँ पर क्या करू तुझे किसी और क साथ ,
न तब देख पायी थी और न ह आज ,,,
मौत आती ह नही कहती है ,तड़प उसके लिये ,जिसके लिये ,
माँ ,पापा को धोका दिया। ……
पर आज वो मुझे धोखा दे क्र चाल गया। … और कहता है ,
कि हम दोस्त है (क्लोज फण्ड्स) ……।
हए रे मेरी किस्मत ,
दोस्ती क बाद प्यार होता सुना ,देखा और किया भी ,
पर प्यार के बाद दोस्ती कैसे करेगा दिल।
गवाही ही नही दी इस दिल ने। …
आँखों ने तेरी मुझे धोखा दिया ,
जुबा ने तेरी मुझे धोखा दिया ,
मुस्कुराहट ने तेरी मुझे धोखा दिया ,
प्यार के एहसास न तेरे मुझे धोखा दिया ………
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